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	Best Liver Cirrhosis treatment in Raipur | Dr. Sanjay Agrawal
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	
	








































































			
					
		



		
	  

  		
	



Dr. Sanjay Agrawal

Liver Cirrhosis

लिवर सिरोसिस एक गंभीर स्थिति है जिसमें लिवर की स्वस्थ कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और उनकी जगह पर निशान (स्कार) ऊतक बन जाते हैं। यह समस्या लिवर के कार्य को प्रभावित करती है, जिससे शरीर में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। डॉ. संजय अग्रवाल, जो एक प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट और हेपटोलॉजिस्ट हैं, लिवर सिरोसिस के लक्षणों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर रहे हैं।

लिवर सिरोसिस के लक्षण और संकेत

लिवर सिरोसिस के लक्षण और संकेत उसके चरण पर निर्भर करते हैं। बहुत से लोगों को शुरुआती चरण में इसके कोई लक्षण या संकेत नहीं दिखाई देते। अगर वह दिखाई देते हैं, तो वह नीचे दिए लक्षणों में से हो सकते हैं:

  • थकावट (या थकान) महसूस होना: लिवर सिरोसिस से पीड़ित लोगों में लगातार थकान और ऊर्जा की कमी महसूस होती है।

  • कमजोरी आना: सामान्य कमजोरी और शारीरिक ताकत में कमी।

  • कम या बिल्कुल भूख न लगना: भूख में कमी जो वजन घटाने का कारण बन सकती है।

  • पीलिया और पेट में सूजन: त्वचा और आंखों का पीला होना (पीलिया) और पेट में तरल पदार्थ का संचय (एसेटिस) के कारण सूजन।

  • मतली आना: बार-बार मतली का अनुभव होना, जो कभी-कभी उल्टी में बदल सकता है।

  • त्वचा पर चोट या घाव जल्दी हो जाना: रक्त जमने वाले तत्वों की कम उत्पादन के कारण आसानी से चोट या घाव हो जाना।

  • पैरों में सूजन आना: पैरों में तरल पदार्थ का संचय, जिससे सूजन हो जाती है।

  • त्वचा में खुजली होना: लगातार खुजली जो गंभीर और कष्टदायक हो सकती है।

  • हथेलियों का लाल होना: रक्त वाहिकाओं में बदलाव के कारण हथेलियों का लाल होना।

  • दिमागी उलझन या नींद आना: मानसिक उलझन, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई, या अत्यधिक नींद आना, क्योंकि लिवर विषाक्त पदार्थों को फिल्टर नहीं कर पाता है।

लिवर सिरोसिस के कारण

लिवर सिरोसिस के विभिन्न कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • लंबे समय तक शराब का सेवन: अत्यधिक शराब पीने से लिवर को नुकसान पहुंचता है।

  • हेपेटाइटिस बी और सी संक्रमण: क्रोनिक वायरल हेपेटाइटिस लिवर में सूजन और क्षति का कारण बन सकता है।

  • नॉनअल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD): शराब के बिना लिवर में वसा का संचय।

  • आनुवंशिक विकार: जैसे विल्सन डिजीज और हेमोक्रोमैटोसिस।

  • बाइल डक्ट रोग: जैसे प्राइमरी बाइलरी सिरोसिस और प्राइमरी स्क्लेरोजिंग कोलांगाइटिस।

चिकित्सा सलाह लेना

यदि आप या आपके जानने वाले किसी भी लक्षण का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत चिकित्सा सलाह लेना महत्वपूर्ण है। शुरुआती पहचान और उपचार लिवर सिरोसिस की प्रगति को प्रबंधित करने और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।

अधिक जानकारी या परामर्श के लिए, आप डॉ. संजय अग्रवाल से संपर्क कर सकते हैं:

  • फोन: +91815882181
  • ईमेल: drskagrawal85@gmail.com
  • वेबसाइट: www.thegastroliverclinic.com
  • स्थान: एम.एस. गैस्ट्रो और हार्ट केयर सेंटर, समता कॉलोनी मेन रोड, यूनियन बैंक के सामने, रायपुर, छत्तीसगढ़ 492001

लिवर सिरोसिस को प्रभावी रूप से प्रबंधित करने के लिए जल्दी हस्तक्षेप महत्वपूर्ण है। जब तक लक्षण गंभीर न हो जाएं, तब तक प्रतीक्षा न करें; आवश्यक देखभाल और समर्थन प्राप्त करने के लिए चिकित्सा प्रदाता से परामर्श करें।

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